गुरु गोबिंद
गुरु गोबिंद
उल्लाला विषम चरणी
श्री गुरु गोविंद महान हैं।
अनुपम उनके ज्ञान हैं।।
गुरुवर सुखमय वरदान हैं।
गुरुवर ही गुण खान है।।
अब गुरु की वाणी मानिए।
साँची बातें जानिए।।
सब मिलकर दरपै आइए।
गुरु फल मिलकर खाइए।।
मग प्रभु पग गुरु से पूछिए।
जाकर गुरु से रुठिए।।
श्री गुरुवर हरि की जान हैं।
गुरुवर सच मुच भान हैं।।
समचरणी
उल्लाला
गुरु गोविंद पुकार लो।
जीवन सकल समार लो।।
गुरु गोविंद कमाल हैं।
टारे सभी ववाल हैं।।
प्रभु पग धूल
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश