केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के कार्यान्वयन में एमजीआईईपी की भागीदारी पर हुई एक बैठक की अध्यक्षता की

केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के कार्यान्वयन में एमजीआईईपी की भागीदारी पर हुई एक बैठक की अध्यक्षता की

लक्ष्मी कान्त सोनी

केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के कार्यान्वयन में महात्मा गांधी शांति एवं सतत विकास शिक्षा संस्थान (एमजीआईईपी) की भागीदारी पर हुई बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उच्च शिक्षा सचिव श्री अमित खरे; स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव श्रीमती अनीता करवाल; नई दिल्ली में यूनेस्को के निदेशक श्री इरिक फाल्ट; एमजीआईईपी चेयरमैन प्रो. जे. एस. राजपूत; एमजीआईईपी निदेशक डॉ. अनंत दुरईअप्पाह और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 पर बोलते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि यह नीति यूनेस्को के एसडीजी के अनुरूप है। इससे वैश्विक नागरिकों की तर्ज पर भारतीय नागरिक विकसित होंगे और नागरिकों के बीच सहानुभूति, करुणा और तर्कसंगत सोच के विचारों के प्रसार में सहायता मिलेगी। श्री पोखरियाल ने कहा कि इन नई शिक्षा नीति के कार्यान्वयन में एमजीआईईपी और यूनेस्को एक अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने भारत को वैश्विक ज्ञान की महाशक्ति बनाने के लिए नई शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन पर उनके सुझाव और सहयोग की मांग की।

सतत विकास के लक्ष्य, 2030 को हासिल करने के लिए भारत सरकार की पूरी प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए श्री पोखरियाल ने दुनिया के सबसे बड़े शिक्षक प्रशिक्षण क्षमता निर्माण कार्यक्रम निष्ठा, दीक्षा के माध्यम से डिजिटल शिक्षा, समग्र शिक्षा अभियान जैसी कई पहलों के बारे में बात कीं, जो पहुंच में सुधार, समानता और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शुरू किए गए हैं।

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