सुफलाम 2025: खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए तैयार
सुफलाम 2025: खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए तैयार
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान (निफ्टम) कुंडली के सहयोग से, सुफलाम (आकांक्षी दिग्गजों और सलाहकारों के लिए स्टार्ट-अप फ़ोरम) का दूसरा संस्करण 25-26 अप्रैल, 2025 को निफ्टम – कुंडली परिसर में आयोजित किया जाएगा। उद्घाटन संस्करण की सफलता के आधार पर, इस वर्ष का सम्मेलन ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप एक जीवंत स्टार्ट-अप तंत्र को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस आयोजन का उद्देश्य लक्षित पहलों के माध्यम से नवाचार, स्थिरता और उद्यमशीलता को बढ़ावा देकर खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को मजबूत करना है।
दो दिवसीय कार्यक्रम में स्टार्टअप को सशक्त बनाने, ज्ञान साझा करने की सुविधा प्रदान करने और नेटवर्किंग के अवसर पैदा करने के लिए विभिन्न गतिविधियों की एक श्रृंखला होगी। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्री चिराग पासवान सरकारी योजनाओं और सब्सिडी के माध्यम से युवा उद्यमियों के लिए व्यापार करने में आसानी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। निफ्टम – कुंडली उभरते स्टार्टअप को सहारा देने के लिए मार्गदर्शक, परामर्श सेवाएं और अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे तक पहुँच प्रदान करके एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कार्यक्रम की शुरुआत आईआईटी दिल्ली के प्रो. हरपाल सिंह के मुख्य भाषण से होगी, जो अपनी उद्यमशीलता यात्रा से जुड़ी जानकारी साझा करेंगे। इस अवसर पर भारतीय विदेश व्यापार संस्थान, नई दिल्ली के कुलपति प्रो. राकेश मोहन जोशी विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (एमओएफपीआई) के सचिव डॉ. सुब्रत गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
पहले दिन के कार्यक्रमों में अनुभव साझा करने वाले सत्र होंगे, जिसमें उद्योग जगत के दिग्गज और स्टार्टअप अपनी उद्यमशीलता की यात्रा और अंतर्दृष्टि साझा करेंगे। विशेषज्ञों के नेतृत्व वाले सत्रों की एक श्रृंखला में खाद्य क्षेत्र में सतत विकास, ब्रांडिंग, डिजिटल पहुंच और सरकारी सहायता जैसे महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया जाएगा। मुख्य आकर्षण में व्यापार को जिम्मेदारी के साथ बढ़ाने पर एक पैनल चर्चा शामिल है, जिसमें इंडियन एंजेल नेटवर्क के श्री अभिषेक कक्कड़ और बरोसी फूड्स के श्री दुर्लभ रावत जैसे उद्योग जगत के नेता शामिल होंगे। खाद्य स्टार्टअप के लिए डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियों पर एक और सत्र का नेतृत्व इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के वरिष्ठ अधिकारी और ज़ीऑन लाइफ साइंसेज की सुश्री यशना गर्ग जैसे मार्केटिंग विशेषज्ञ करेंगे।
दूसरे दिन, युवा उद्यमी “उभरते स्टार्टअप द्वारा पेप टॉक” नामक सत्र में अपने अनुभव साझा करेंगे। वक्ताओं में रीपीट गुड प्राइवेट लिमिटेड की सुश्री ईशा झावर शामिल हैं, जो स्वस्थ, परिरक्षक मुक्त टमाटर केचप और मेयोनेज़ में अपने काम के लिए जानी जाती हैं और अटपाटा के श्री रोमी कुलथिया, जो पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ते हैं। अन्य प्रतिभागी, जैसे अरोमा के श्री प्रियांशु राज और सतगुरु सुपरफूड्स की सुश्री पलक अरोड़ा, स्केलिंग और ग्रामीण-शहरी बाजार संबंधों में चुनौतियों पर चर्चा करेंगे। 1.5 डिग्री के श्री अनघ गोयल जैसे स्थिरता-केंद्रित इनोवेटर भी जलवायु-लचीले व्यापार मॉडल पर अंतर्दृष्टि साझा करेंगे।
आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, केरल, मणिपुर, बिहार, ओडिशा, महाराष्ट्र, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड सहित देश भर के 23 राज्यों से 250 से अधिक स्टार्टअप पहले ही पंजीकृत हो चुके हैं, जो भारत के विविध नवाचार परिदृश्य को प्रदर्शित करते हैं। कुछ स्टार्टअप द्वारा सेल कल्चर्ड मीट, प्लांट-बेस्ड फूड, फंक्शनल फूड और देश में खाद्य प्रसंस्करण और सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए दूषित पदार्थों और मिलावटों के लिए रैपिड डिटेक्शन किट जैसी नवीन तकनीकों का प्रदर्शन करने की संभावना है। नेस्ले, बुहलर ग्रुप, यूरेका एनालिटिकल सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और इंडियन एंजल नेटवर्क जैसे प्रमुख संगठनों के प्रतिष्ठित मूल्यांकनकर्ताओं के समक्ष अपने विचारों को प्रस्तुत करने के लिए लगभग 35 स्टार्टअप ने पंजीकरण कराया है। क्लियर मीट के डॉ. सिद्धार्थ मानवती द्वारा संचालित संधारणीय खाद्य समाधानों पर एक समर्पित सत्र में नेस्ले इंडिया के पूर्व निदेशक, कॉर्पोरेट मामले और संधारणीयता, श्री संजय खजूरिया और भारत इनोवेशन फंड के श्री हेमेंद्र माथुर जैसे उद्योग के दिग्गजों के दृष्टिकोण शामिल होंगे।
इस कार्यक्रम में औपचारिक सत्रों के अलावा मेंटर लाउंज के माध्यम से नेटवर्किंग के अवसर और स्टार्टअप्स और एमएसएमई द्वारा नवाचारों को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी भी शामिल होगी। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री श्री चिराग पासवान ने कॉन्क्लेव के महत्व पर विचार करते हुए कहा, “सुफलम 2025 खाद्य क्षेत्र में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। स्टार्टअप्स को उचित उपकरण और नेटवर्क से सक्षम करके, हम एक अधिक आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।” 300 से अधिक प्रतिभागियों, उद्यमियों, निवेशकों और नीति निर्माताओं सहित देश भर के 20 राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले 65 से अधिक प्रदर्शकों के साथ, कॉन्क्लेव का उद्देश्य भारत के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में सहयोग को बढ़ावा देना और विकास को गति देना है।