संस्कृत विद्यालय में प्रवेश के लिए घर घर जाकर दिया निमन्त्रण
संस्कृत विद्यालय में प्रवेश के लिए घर घर जाकर दिया निमन्त्रण
वैदिक शिक्षा और आधुनिक विषयों के साथ जुड़ने का किया आवाहान
रिपोर्ट-जुगल किशोर द्विवेदी
चरखारी (महोबा) 23 अप्रैल। कस्बा चरखारी में स्थित श्री गुमान बिहारी संस्कृत माध्यमिक विद्यालय में कर्मकाण्ड’ ज्योतिष ज्ञान’ श्रीमद् भागवत कथा सहित आधुनिक विषय कम्प्यूटर’ अंग्रेजी’ गृहविज्ञान’ समाजशास्त्र सामाजिक विषय के साथ हाईस्कूल इण्टर की शिक्षा ग्रहण करने के लिए विद्यालय में कार्यरत अध्यापकों द्वारा अब घर घर जाकर सांस्कृतिक विरासत को संरक्षण दिए जाने के उद्देश्य से प्रवेश हेतु निमंत्रण दिया गया।
1 अप्रैल से नवीन शिक्षण सत्र प्रारम्भ हो चुका है जहां परिषदीय स्कूलों के अध्यापकों सहित विभिन्न् विद्यालयों के शिक्षक अपने अपने विद्यालयों में बच्चों के प्रवेश के लिए अभिभावकों से सम्पर्क कर रहे हैं और इसी क्रम में श्री गुमान बिहारी संस्कृत माध्यमिक विद्यालय के अध्यापकों द्वारा भी घर घर जाकर लोगों को सांस्कृतिक विरासत को संरक्षण देने के लिए बच्चों के प्रवेश का आवाहान किया जा रहा है। संस्था प्रमुख डॉ. सुखनन्दन मिश्र के निर्देश पर विद्यालय में भ्रमण टोली का गठन किया गया है। भ्रमण टोली में अध्यापक भूपेन्द्र तिवारी’ वीरेन्द्र मिश्रा द्वारा घर घर जाकर अभिभावकों से सम्पर्क अभियान शुरू किया है। विद्यालय के प्रधानाचार्य तथा संस्कृत शिक्षक कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुखनन्दन मिश्र ने कहा कि भारत देश समृद्ध सांस्कृतिक और भाषाई विविधवा वाला देश है। भारत में बोली जाने वाली भाषाओं की विविधता के बीच, संस्कृत भारतीय भाषाओं की जननी के रूप में एक अद्वितीय स्थान रखती है, जो राष्ट्र के भाषाई और सांस्कृतिक ताने-बाने को एक साथ बुनने वाले सामान्य धागे के रूप में कार्य करती है। अध्यापक श्री तिवारी ने सम्पर्क के दौरान कहा कि संस्कृत सांस्कृतिक विरासत, एकता को बढ़ावा देने और समग्र विकास को बढ़ावा देने वाली भाष है। उन्होंने बताया कि विद्यालय में निःशुल्क आवासीय सुविधा उपलब्ध है साथ ही कर्मकाण्ड व्यवस्था’ ज्योतिष’ श्रीमद् भागवत कथा के साथ कम्प्यूटर शिक्षा’ अंग्रेजी’ गृहविज्ञान’ सामाजिक विषय’ समाशास्त्र जैसे विषयों को समावेषित करते हुए वैदिक व आधुनिक शिक्षा की व्यवस्था है। अध्यापक वीरेन्द्र मिश्रा ने कहा कि संस्कृत संस्कार की भाषा होने के साथ साथ यह जोड़ने का कार्य भी करती है भारत जैसे विविधताओं से भरे राष्ट्र को एकीकृत करने की भूमिका भी निभाती है।