चरखारी :डॉ.भीमराव अम्बेडकर पाठशाला एवं लाइब्रेरी खंदिया चरखारी में महात्मा ज्योतिराव फुले जी की जयंती मनाई गई

चरखारी :डॉ.भीमराव अम्बेडकर पाठशाला एवं लाइब्रेरी खंदिया चरखारी में महात्मा ज्योतिराव फुले जी की जयंती मनाई गई

रिपोर्ट-जुगल किशोर द्विवेदी


चरखारी नगर में अम्बेडकर पाठशाला निरंतर संचालित है देश में शिक्षा की अलख जगाने वाले महापुरुष महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती कार्यक्रम का आयोजन इन्द्र कुमार कुशवाहा पाठशाला संचालक के नेतृत्व में आयोजन किया गया इस पाठशाला एवं लाइब्रेरी के संस्थापक श्री महेन्द्र रैकवार DMRC के मार्गदर्शन व सहयोग से निरंतर संचालित है इस जयंती कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भोला नाथ SDO विद्युत विभाग चरखारी रहे एवं विशिष्ट अतिथि विनय कुमार खरेला जेई साहब एवं राजू मौर्या जेई साहब एवं राहुल यादव समाजसेवी,अनिल कुशवाहा एबीवीपी पूर्व प्रांत सह मंत्री, व सूरज रैकवार मास्टर साहब रहे l
” श्री भोलानाथ जी ( SDO विद्युत विभाग चरखारी) ने बताया कि ज्योतिराव फुले एक प्रमुख समाजसुधारक,शिक्षा क्रांतिकारी और विचारक थे जिन्होंने 19वीं सदी में भारत में सामाजिक न्याय और समानता के लिए काम किया। उनका जन्म 11 अप्रैल 1827 को पुणे के पास कटगुण में हुआ था। उनके पिता गोविंदराव फुले एक माली थे, और उनकी माता चिमनाबाई का निधन ज्योतिराव के जन्म के एक साल बाद ही हो गया जिन्होंने उन्हें एक माँ की तरह प्यार और देखभाल की। ज्योतिराव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के एक स्कूल में प्राप्त की, लेकिन जातिगत भेदभाव के कारण उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और घर पर ही अपनी पढ़ाई जारी रखी। बाद में,उन्होंने महिलाओं को शिक्षित करने के लिए काम किया और पुणे में भारत की पहली पाठशाला 01 जनवरी 1948 में खोली l
उन्होंने जातिगत भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी l वहीं अनिल कुशवाहा ने बताया कि ज्योतिबा ने सन1873 में सत्यशोधक समाज की स्थापना की,ज्योतिराव फुले ने कई पुस्तकें लिखीं,प्रमुख
गुलामगिरी नामक पुस्तक में जातिगत भेदभाव के खिलाफ, ज्योतिबा ने अपनी पत्नी सावित्री बाई को पढ़ाया और दोनों ने मिलकर 18 स्कूल खोले महिलाओं को शिक्षित करने में अहम योगदान रहा जिसे हम कभी नहीं भूल सकते और उन्हें भारत के एक महान समाजसुधारक है और सावित्रीबाई,ज्योतिबा, की विरासत आज भी जीवित है। इस मौके पर मोहित घोष,अमित कुशवाहा,लोकेश रैकवार,रोहित,खुशबू,इच्छा सहित छात्र छात्राएं बच्चे मौजूद रहे

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