महोबा की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं पर एलएलसी जितेंद्र सेंगर ने जताई गहरी चिंता, ठोस कार्रवाई की मांग

महोबा की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं पर एलएलसी जितेंद्र सेंगर ने जताई गहरी चिंता, ठोस कार्रवाई की मांग

Riport-प्रवीण कुमार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की याचिका समिति की बैठक में महोबा जनपद की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर एलएलसी जितेंद्र सेंगर ने गंभीर चिंता जताई। उन्होंने जनहित में तत्काल प्रभाव से सुधारात्मक कदम उठाए जाने की मांग की। बैठक की अध्यक्षता विधान परिषद के सभापति श्री सतपाल सिंह सैनी ने की।

श्री सेंगर ने बैठक के दौरान प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य चिकित्सा एवं परिवार कल्याण श्री पार्थ सेन सारथी को एक पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने महोबा जिला अस्पताल की चिंताजनक स्थिति का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों से अस्पताल में न तो कोई हृदय रोग विशेषज्ञ है और न ही कोई वरिष्ठ फिजिशियन की नियुक्ति हुई है।

उन्होंने यह भी उजागर किया कि अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ की स्वीकृत संख्या 25 होने के बावजूद, वर्तमान में केवल 5 नर्सों के भरोसे पूरा स्वास्थ्य तंत्र संचालित किया जा रहा है। इस स्टाफ की कमी के कारण सामान्य मरीजों को इलाज के लिए कानपुर, झांसी और ग्वालियर जैसे दूरस्थ शहरों की ओर रुख करना पड़ रहा है, जिससे न केवल समय और धन की हानि हो रही है बल्कि मरीजों की जान भी जोखिम में पड़ रही है।

श्री सेंगर ने कहा कि महोबा का जिला अस्पताल अब एक “रेफर सेंटर” बनकर रह गया है, जिससे स्थानीय जनता को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने समिति से आग्रह किया कि इस विषय को प्राथमिकता के आधार पर लिया जाए और आवश्यक चिकित्सकीय स्टाफ की नियुक्ति सहित सभी आधारभूत सुविधाएं तत्काल उपलब्ध कराई जाएं।

बैठक में स्वास्थ्य चिकित्सा सचिव आईएएस ऋतु माहेश्वरी, स्वास्थ्य निदेशक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। इस अवसर पर समिति के सदस्य श्री विजय बहादुर पाठक और श्री धर्मेंद्र सिंह ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और विषय की गंभीरता पर सहमति जताई।

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