नमामि गंगे योजना में भारी भ्रष्टाचार, जनता जल संकट से त्रस्त
नमामि गंगे योजना में भारी भ्रष्टाचार, जनता जल संकट से त्रस्त
धनौरी/हमीरपुर/सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नमामि गंगे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। इस योजना के तहत जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई टंकियों और पाइप लाइनों की गुणवत्ता बेहद खराब पाई गई है। घटिया निर्माण कार्य और सरकारी धन के दुरुपयोग से जनता बूँद-बूँद पानी को तरस रही है।
जल संकट गहराया, हफ्तों तक नहीं होती आपूर्ति
क्षेत्र के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति नियमित रूप से बाधित है। कई-कई हफ्तों तक नल सूखे पड़े रहते हैं, जिससे स्थानीय नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोग मजबूरन दूर-दराज से पानी लाने को विवश हैं।
भ्रष्टाचार के आरोप, जनता ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि ठेकेदारों और अफसरों की मिलीभगत से घटिया पाइप लाइनें बिछाई गई हैं और पानी की टंकियों का निर्माण भी मानकों के विपरीत किया गया है। इसका सीधा असर जनता पर पड़ रहा है।
शिकायतों के बावजूद समाधान नहीं
लोगों ने कई बार अधिकारियों और प्रशासन से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। प्रशासन की निष्क्रियता के चलते जनता का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
सरकारी धन का बंदरबांट, अफसर और ठेकेदार हुए मालामाल
सरकार ने नमामि गंगे परियोजना के तहत भारी धनराशि खर्च की, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है। भ्रष्ट अफसर और ठेकेदार इस धन से मालामाल हो गए, जबकि जनता जल संकट से जूझ रही है।
सरकार की निष्क्रियता पर सवाल
लोगों का कहना है कि यदि सरकार ने समय रहते ध्यान दिया होता, तो आज स्थिति इतनी गंभीर न होती। उन्होंने मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।