भारत ने आज विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान आरम्भ किया

कोविड-19 टीकाकरण

भारत ने आज विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान आरम्भ किया

डॉ. हर्षवर्धन इस ऐतिहासिक दिवस पर नई दिल्ली के एम्स में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुए

नई दिल्ली के एम्स में सफाई कर्मचारी को लगा कोरोना का पहला टीका

चेचक और पोलियो के बाद अब कोविड की बारी, यह कोविड के अंत की शुरुआत है-डॉ. हर्षवर्धन

“यह टीका कोविड पर विजय प्राप्त करने में संजीवनी की तरह याद किया जाएगा”

“प्रधानमंत्री और मेरे सभी सहयोगी स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ सभी मुख्यमंत्रियों ने एक टीम के रूप में काम किया है और आज एक इतिहास रचा”

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज इस ऐतिहासिक दिवस पर नई दिल्ली के एम्समें डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों तथा अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के साथ रहना पसंद किया, जब प्रधानमंत्री ने विश्व के सबसे बड़े कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत की।

उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ राष्ट्र की लड़ाई के प्रति उनके निस्वार्थ समर्पण एवं प्रतिबद्धता की सराहना की, जब एक सफाईक र्मचारी श्री मनीष कुमार नई दिल्ली के एम्स में टीकाकरण अभियान में शामिल होने वाले पहले वयक्ति बने।

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इस प्रक्रिया को एक वर्ष पूर्व शुरू हुई महामारी के चरमोत्कर्ष की शुरुआत बताते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी आरम्भ से ही महामारी के प्रबंधन में व्यक्तिगत रूप से शामिल रहे हैं। आज का दिन कोविड टीकाकरण आरम्भ करने के लिए पांच महीने की कड़ी मेहनत की परिणति का प्रतीक है।”

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी जी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुबह 10:30 बजे कोविड-19 टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया।

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स्वास्थ्य मंत्री ने दुनिया के सबसे बड़े कोविड-19 टीकाकरण अभियान के विस्तार और संभावना पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा, “सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में आज 3,006 सत्र स्थलों पर एक साथ इस प्रक्रिया की शुरुआत हुई और प्रत्येक स्थल पर लगभग 100 लाभार्थियों को टीका लगाया गया। 138 करोड़ की जनसंख्या और सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम जिसमें टीका के जरिए रोकथाम की जाने वाली बारह बीमारियों के खिलाफ लक्षित टीकाकरण शामिल है,के साथ भारत आज इतिहास दर्ज करने के शिखर पर खड़ा है और दुनिया भर में अन्य देशों को रास्ता दिखा रहा है। चेचक और पोलियो के बाद अब कोविड की बारी है। आज की प्रक्रिया में सभी दूरस्थ, दुर्गमक्षेत्रों, शहरी झुग्गी-झोपड़ी, जनजातीय क्षेत्र शामिल हैं।”

डॉ. हर्षवर्धन ने यह विशाल प्रक्रिया आरम्भ करने के लिए की गई तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया:- “एक लाख से अधिक टीका लगाने वालों को प्रशिक्षित किया गया; कई मॉक अभ्यास किए गए; छोटी से छोटी गलतियों को दुरुस्त करने के लिए एक अखिल भारतीय राष्ट्रीय प्रक्रिया भी संचालित की गई। निष्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किया गया। ईविन प्लेटफॉर्म को को-विन (कोविड पर विजय) में रिपर्पस किया गया, पिछले दो दिनों से (आज के सत्र के लिए) सभी लाभार्थियों को एसएमएस भेजा गया, जिसे सभी सत्रों में सभी निर्धारित लाभार्थियों के लिए उनकी दूसरी खुराक के लिए दोहराया जाएगा।”

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कुशल टीम वर्क और दृढ़ राजनीतिक प्रतिबद्धता ने इस विशाल प्रक्रिया की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री और मेरे सभी सहयोगी स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ सभी मुख्यमंत्रियों ने एक टीम के रूप में काम किया है और आज एक इतिहास बनाया है।”

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डॉहर्षवर्धन पहली टीका खुराक दिए जाने की निगरानी करते हुए

 

डॉ. हर्षवर्धन ने इस अवसर पर उपयोग सभी लोगों को पिछले वर्ष कोविड के विरूद्ध अर्जित उल्लेखनीय उपलब्धियों को याद दिलाने के लिए किया। उन्होंने कहा, “रोग के फैलने के तरीके की गहन निगरानी के साथ सक्रिय, रोकथाम करने के उपायों तथा निरंतर दृष्टिकोण के साथ, प्रभावी नैदानिक ​​प्रबंधन ने इसके खिलाफ एक वीरतापूर्ण युद्ध में हमें सक्षम बनाया है और बहुत अधिक हद तक हमारे लोगों की जान बचाई है। भारत में सर्वोच्च रिकवरी दर है जो 96 प्रतिशत से अधिक है और मृत्यु दर 1.5 प्रतिशत से नीचे है, जो सबसे कम है।” टीकों को ‘विजय का मार्ग’बताते हुए, उन्होंने टिप्पणी की “कोविड-19 टीकों को कोविड के ऊपर विजय प्राप्त करने में संजीवनी की तरह स्मरण किया जाएगा”

डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड योद्धाओं के वीरतापूर्ण बलिदानों का स्मरण किया, जिन्होंने समान रूप से निजी और सार्वजनिक सुविधा केन्द्रों के स्वास्थ्य कर्मियों को टीका देने के निर्णय का बचाव करते हुए अपनी खुद की जान जोखिम में डालने के जरिए दूसरों की मदद की। उन्होंने भारत के उन आम लोगों को भी बधाई दी, जिन्होंने टीका के परीक्षणों में उत्साहपूर्वक योगदान दिया है।

उन्होंने कोविड-19 टीकों की खुराक के संबंध में फैली अफवाहों का मुकाबला करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे भ्रामक सूचनाओं से गुमराह न हों तथा केवल विश्वसनीय और प्रामाणिक जानकारी पर ही भरोसा करें। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “पूरा देश जीवन के सामान्य होने की प्रतीक्षा कर रहा है। लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है। वैसे चंद लोग जो इस प्रक्रिया की अखंडता पर सवाल उठाते हुए दूसरों को गुमराह कर रहे हैं, वे आम लोगों द्वारा किए गए बलिदानों तथा हमारे समाज के भविष्य के प्रति अनुचित कार्य कर रहे हैं।”

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एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) तथा कोविड-19 के लिए टीका प्रबंधन के राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (एनईजीवीएसी) के अध्यक्ष डॉ. वी.के. पॉल ने भी आज एम्स में टीका लगवाया।

नई दिल्ली के एम्स के दौरे के बाद, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने गंगाराम अस्पताल में टीकाकरण स्थल का दौरा किया, जहां उन्होंने स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं के साथ परस्पर बातचीत की तथा राष्ट्र की सेवा करने की उनकी भावना को प्रणाम किया। उन्होंने कहा, “हम पिछले कई महीनों से आपके निरंतर और निस्वार्थ कार्य के कारण सुरक्षित रहे हैं”।

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