एरी रेशम के लिए प्रमाणन

एरी रेशम के लिए प्रमाणन

पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के अंतर्गत पूर्वोत्तर हस्तशिल्प और हथकरघा विकास निगम लिमिटेड (एनईएचएचडीसी) ने जर्मनी से एरी रेशम के लिए ओको-टेक्स प्रमाणन प्राप्त किया है। ओको-टेक्स यार्न, फैब्रिक, बटन, लिनेन, टेरी क्लॉथ, धागे और अन्य सहायक सामग्रियों जैसे वस्त्रों के लिए एक विश्वव्यापी प्रमाणन है जो कच्चे, अर्ध-तैयार और तैयार वस्त्र सामग्री और उत्पादों में हानिकारक पदार्थों का परीक्षण करता है। ओको-टेक्स प्रमाणन यह सुनिश्चित करता है कि अंतिम उत्पाद मानव उपयोग के लिए सुरक्षित है।

ओको-टेक्स प्रमाणन प्राप्त करना वैश्विक कपड़ा उद्योग में एरी रेशम की विपणन क्षमता को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह प्रमाणन अंतरराष्ट्रीय खरीदारों को यह सुनिश्चित करता है कि एरी सिल्क अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों को पूरा करता है, जिससे उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ता है और उच्च-स्तरीय बाजारों में इसकी स्वीकृति में सुविधा होती है। साथ ही यह भी सुनिश्चित करता है कि एरी रेशम कपड़ा सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय अनुपालन आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है। यह भारतीय निर्यातकों को उन उच्च-स्तरीय बाजारों में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति देता है, जो पर्यावरण के अनुकूल और रसायन मुक्त उत्पादों को प्राथमिकता देते हैं। इसके अतिरिक्त, ओको-टेक्स प्रमाणन वैश्विक स्थिरता रुझानों के साथ संरेखित होता है, जिससे एरी रेशम नैतिक और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार कपड़ा विकल्पों की तलाश करने वाले ब्रांडों और उपभोक्ताओं के लिए अधिक आकर्षक बन जाता है।

एरी रेशम उद्योग काफी हद तक असंगठित है और पारंपरिक तरीके अभी भी प्रमुख हैं। भारत सरकार ने केंद्रीय रेशम बोर्ड के माध्यम से एरी रेशम उद्योग के विकास और आधुनिकीकरण के लिए निम्नलिखित कदम उठाए हैं:

  1. एरी रेशम क्षेत्र के लिए आवश्यक अनुसंधान एवं विकास, प्रशिक्षण और विस्तार सहायता की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए असम के लाहडोईगढ़ में केन्द्रीय मूगा एवं एरी अनुसंधान संस्थान की स्थापना की गई।
  2. केंद्रीय रेशम बोर्ड के अनुसंधान एवं विकास संस्थान के माध्यम से एरी रेशम क्षेत्र को आधुनिक बनाने और उन्नत बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत क्षेत्र के लिए आवश्यक नवीन अनुसंधान किया जा रहा है तथा उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए हितधारकों के बीच प्रथाओं और प्रौद्योगिकियों के बेहतर पैकेज का विकास और प्रदर्शन किया जा रहा है।
  3. गुणवत्तायुक्त एरी रेशमकीट बीज के रखरखाव, उत्पादन और आपूर्ति के लिए अपनी इकाइयों के साथ मूगा एरी रेशमकीट बीज संगठन की स्थापना की।
  4. एरी रेशम क्षेत्र सहित देश में रेशम उद्योग के समग्र विकास के लिए 2021-22 से 2025-26 तक रेशम समग्र-2 योजना का कार्यान्वयन।

यह जानकारी पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार ने आज राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।

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