महोबा:जिला चिकित्सालय में क्लबफुट को खत्म करने के लिए अनुष्का फाउंडेशन ने आज बेसिक मेडिकल ट्रेनिंग का आयोजन किया
महोबा:जिला चिकित्सालय में क्लबफुट को खत्म करने के लिए अनुष्का फाउंडेशन ने आज बेसिक मेडिकल ट्रेनिंग का आयोजन किया ।
रिपोर्ट-देवेंद्र कुमार
सीएमएस डॉ पी के अग्रवाल ने अनुष्का फाउंडेशन के कार्य को सराहा और क्लबफुट के मरीजों को हाल चाल लिया।
अनुष्का फाउंडेशन के ब्रांच मैनेजर विशाल सक्सेना ने बताया कि इस वर्ष 27 क्लब्फूट के मरीजों का नामांकन हुआ हे जिनका अनुष्का फाउंडेशन निःशुल्क इलाज कर रही हे।
बाराबंकी से आए अनुष्का फाउंडेशन के मास्टर ट्रेनर डॉक्टर अफसर खान ने डॉ देव प्रकाश ओर ओर डॉ यतेंद्र डॉ वरुण ने 26 क्लब्फूट के मरीजों का इलाज किया।
अनुष्का फाउंडेशन, एक गैर-लाभकारी संगठन जो भारत में क्लबफुट को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है l
अनुष्का फाउंडेशन और राज्य सरकार और विभिन्न चिकित्सा कर्मचारियों के सहयोग से क्लबफुट से पीड़ित बच्चों को निशुल्क उपचार प्रदान कर रहा है।
क्लबफुट एक जन्म जात विकृति है जो भारत में 800 नवजात शिशुओं में से 1 को प्रभावित करता है। इलाज न किए जाने या अधूरा इलाज दिए जाने से बच्चे गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं और उन्हें आजीवन विकलांगता का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, उचित उपचार से क्लबफुट का पूरी तरह से इलाज संभव है और आजीवन विकलांगता से आसानी से बचा जा सकता है।
हालाँकि, क्लबफुट का इलाज किया जा सकता है, और इस तरह बाद में होने वाली विकलांगता को रोका जा सकता है, और प्रभावित लोगों के जीवन को बदलने में मदद मिल सकती है। क्लबफुट को खत्म करने के लिए अनुष्का फाउंडेशन ने अपने क्लबफुट कार्यक्रम को लागू करने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के साथ साझेदारी की। संगठन क्लबफुट और उनके उपचार कार्यक्रम के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) योजना, आशा कार्यकर्ताओं, स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
एसबीआई फाउंडेशन के सहयोग से उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में परिचालन क्लबफुट क्लीनिक स्थापित किए गए हैं। ऐसा ही एक क्लिनिक उत्तर प्रदेश के महोबा में स्थापित किया गया है।
उनके कार्यक्रम मॉडल में प्रमुख हस्तक्षेप बिंदुओं में से एक क्लबफुट उपचार की पोंसेटी पद्धति में आर्थोपेडिक डॉक्टरों और कास्टिंग तकनीशियनों के लिए आयोजित चिकित्सा प्रशिक्षण है।
एक प्रशिक्षक द्वारा सहायक पर्यवेक्षण उन स्थानीय आर्थोपेडिक डॉक्टरों का मार्गदर्शन करता है जिन्होंने बुनियादी चिकित्सा प्रशिक्षण प्राप्त किया है ताकि वे अपनी सीख को ताज़ा कर सकें और कास्टिंग और टेनोटॉमी में अपने कौशल में सुधार कर सकें। मास्टर प्रशिक्षकों को क्लिनिक दिवस की अध्यक्षता करने के लिए आमंत्रित किया जाता है क्योंकि नए प्रशिक्षित डॉक्टर अपनी नियमित जांच करते हैं।
अनुष्का फाउंडेशन देश के हर जिले में क्लबफुट कार्यक्रम लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि हर बच्चे को इलाज तक पहुंच मिल सके।
एसबीआई फाउंडेशन जैसे सरकारी हितधारकों और भागीदारों के साथ हाथ मिलाकर, उनका लक्ष्य अपने कार्यक्रम को कुशलतापूर्वक लागू करना और यह सुनिश्चित करना है कि क्लबफुट के साथ पैदा होने के कारण कोई भी बच्चा विकलांग न रहे।
आज सहायक पर्यवेक्षक में अनुष्का फाउंडेशन के ब्रांच मैनेजर विशाल सक्सेना ,सुशील कुमार और टेकिनिशन किशोरी एवं तनवीर मौजूद रहे।