समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बजट को बताया खोखला
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बजट को बताया खोखला
लखनऊ, 20 फरवरी 2025: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार के नौवें बजट को दिशाहीन बताते हुए कहा कि इसमें कोई विजन नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि बजट में कोई रोडमैप नहीं दिया गया है कि उत्तर प्रदेश को किस दिशा में ले जाया जाएगा। इस बजट का भाजपा के घोषणा पत्र से कोई तालमेल नहीं है और इसमें किसानों, नौजवानों तथा आम जनता के लिए कोई ठोस योजना नहीं है।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में श्री यादव ने कहा कि यह बजट महज एक बड़ा ढोल है, जो बाहर से बजता तो बहुत है, लेकिन अंदर से पूरी तरह खाली है। उन्होंने बजट को खोखला बताते हुए कहा कि इससे किसानों, बेरोजगारों, व्यापारियों और महिलाओं की परेशानियां और बढ़ेंगी।
बजट से किसानों और व्यापारियों को निराशा
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि बजट देखकर किसानों की उम्मीदें टूट गई हैं। महिलाओं के माथे पर परिवार चलाने की चिंता और बढ़ गई है, जबकि बेरोजगार युवाओं के लिए यह बजट किसी अंधकार से कम नहीं। व्यापारियों और कारोबारियों को भी इस बजट में कोई राहत नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायकों और मंत्रियों को अपने क्षेत्रों में जनता के गुस्से का सामना करना पड़ेगा क्योंकि महंगाई और बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है।
भाजपा सरकार के वादों पर सवाल
श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने संकल्प पत्र में किसानों को मुफ्त बिजली, एग्रो इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड, छात्रों को लैपटॉप और गन्ना किसानों के भुगतान का वादा किया था, लेकिन बजट में इन वादों का कोई उल्लेख नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार में बुंदेलखंड का मूंगफली किसान पूरी तरह बर्बाद हो गया क्योंकि खरीद व्यवस्था ध्वस्त हो गई।
उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने किसानों के लिए मंडियों का निर्माण किया था, लेकिन भाजपा सरकार ने उन्हें चौपट कर दिया। गन्ना किसानों को 14 दिन में भुगतान और ब्याज समेत रकम दिलाने का वादा भी अधूरा रह गया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने गन्ने का समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाया, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल
श्री यादव ने शिक्षा व्यवस्था को लेकर भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार स्मार्ट सिटी बनाने के दावे से पीछे हटकर अब स्मार्ट क्लास की बात कर रही है। विश्वविद्यालयों को बजट के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है और देशभर में 11 लाख प्राथमिक विद्यालय बंद हो गए, जिनमें सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर उन्होंने कहा कि वित्तमंत्री के गृह जिले के मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सुविधाएं और स्टाफ की भारी कमी है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर मेडिकल कॉलेज और एम्स में कैंसर का इलाज नहीं है, जबकि समाजवादी सरकार के कार्यकाल में बने लखनऊ के कैंसर संस्थान को भाजपा सरकार ने नाम बदलकर छोड़ दिया लेकिन उसे पर्याप्त बजट नहीं दिया।
वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का कोई जिक्र नहीं
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने एक समय उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने का दावा किया था, लेकिन अब यह लक्ष्य भी बजट से गायब है। उन्होंने कहा कि मौजूदा विकास दर को देखते हुए भाजपा सरकार कभी भी इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकती।
निष्कर्ष
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बजट को जनता के साथ धोखा करार दिया और कहा कि यह महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं का समाधान करने में पूरी तरह विफल है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार केवल दिखावटी नीतियों के सहारे जनता को गुमराह कर रही है, जबकि हकीकत में बजट के अंदर कुछ भी नहीं है।