सामूहिक विवाह समारोह में नौ जोड़े बने जीवन साथी
सामूहिक विवाह समारोह में नौ जोड़े बने जीवन साथी
रिपोर्ट-देवेंद्र कुमार
रिबई (महोबा), 13 फरवरी: महोबा जिले की तहसील चरखारी के ग्राम रिबई में श्री बजरंग बली मंदिर, छोटी तलैया में श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत पुराण के पूर्ण आहुति के उपरांत सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस पावन अवसर पर नौ जोड़े विवाह बंधन में बंधे और गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया।
इस भव्य आयोजन के सूत्रधार महंत अलबेला सरकार, ओरछा धाम ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विवाह की सभी रस्में पूरी कराईं। द्वारचार, वरमाला, फेरे और कन्यादान की रस्में पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार संपन्न हुईं। नवविवाहित वधुओं को उपहार स्वरूप बेड, कूलर, फ्रिज, अलमारी, सोफा, एलसीडी, बक्सा सहित अन्य सामान भेंट किया गया। इसके अलावा, चार दूल्हों को हीरो बाइक भी प्रदान की गई।
विवाह बंधन में बंधे जोड़े
1. शिवानी यादव – अशोक यादव
2. रिंकी अहिरवार (बमरारा) – सचिन (मुरादाबाद)
3. आकांक्षा कुशवाहा (जरिया) – आकाश (गहरा)
4. खुशबू यादव (रिबई) – नितेश यादव (पचखुरा)
5. राधा कुशवाहा (रिबई) – शीतल कुशवाहा (कबरई)
6. निशां यादव (मटोल) – चंद्रशेखर (चंदौरा)
7. प्रिया देवी गिरी (लामर) – रवींद्र गिरी (अठरिया, टीकमगढ़)
8. सरोज कुशवाहा (मुरानी) – अनिल (डिगरिया)
9. पुष्पा देवी (डढ़त) – मुन्नी लाल (कटिया, लौंडी)
भव्य भंडारे में उमड़ी भीड़
इस आयोजन में रिबई, कीरतपुरा, काकुन, जतौरा, नटरा, संतोषपुरा, जारोली, चंदौली सहित कई गांवों के लोगों ने हिस्सा लिया और भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया।
अतिथि एवं आयोजक
मुख्य अतिथि के रूप में हरिद्वार से पधारे संत माधव जी महाराज ने नवदंपतियों को आशीर्वाद दिया। पूरे गांव ने इस विवाह सम्मेलन को सफल बनाने में तन, मन और धन से सहयोग किया। विवाह समारोह में आनंद यादव ने वर के द्वारचार की रस्म निभाई, जबकि राजा भैया नगायच ने सभी कन्याओं का कन्यादान किया।
अन्य गणमान्य व्यक्तियों में राजा रानी वीरेंद्र यादव, श्रीमती रामकुमारी यादव, परीक्षित परशुराम सोनी, श्रीमती राधा रानी सोनी, संतोष द्विवेदी, रामसनेही पाठक, भूपेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, करण यादव, रमाकांत वर्मा, चंदा शुक्ला, बृजराज यादव, जितेंद्र, धर्मेंद्र, मनोज राठौर, सरजू राठौर, अजय, विजय, सचिन, पीयूष, बाबा, बाबू सोनी, बाबू नगायच, जीतू यादव सहित हजारों लोग उपस्थित रहे।
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
सुरक्षा की दृष्टि से रिबई चौकी के अलावा कोतवाली चरखारी से तीन दरोगा, दो महिला सिपाही समेत भारी पुलिस बल तैनात रहा।
विदाई के समय छलके आंसू
रातभर भंडारा चलता रहा, और जब नवविवाहित जोड़ों की विदाई का समय आया, तो वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। विवाह सम्मेलन का यह आयोजन सौहार्द, परंपरा और सामूहिक सहयोग का अद्भुत उदाहरण बना।