ब्रह्माकुमारी चरखारी सेवा समाचार: गणतंत्र दिवस विशेष कार्यक्रम
ब्रह्माकुमारी चरखारी सेवा समाचार: गणतंत्र दिवस विशेष कार्यक्रम
प्रवीण कुमार (ब्यूरो प्रमुख)
चरखारी: गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर ब्रह्माकुमारी राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन ने बुंदेलखंड फिजिकल डिफेंस अकादमी में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में बीके जयदेवी बहन, बीके हेमा बहन, बीके हरी कृष्ण दीक्षित जी और बीके रामसखी माता जी ने उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को परमात्म ज्ञान और राजयोग मेडिटेशन के माध्यम से मानसिक और आत्मिक रूप से सशक्त बनाना था।
कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत बुंदेलखंड फिजिकल डिफेंस अकादमी के मुख्य द्वार पर ध्वजारोहण के साथ हुई। ध्वजारोहण में विधायक ब्रजभूषण राजपूत जी, अकादमी के डायरेक्टर और पूर्व सैनिक कुलदीप भटनागर जी, पूर्व सैनिक कन्हैया कुशवाहा जी, और अन्य गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया।
बीके बहनों का संबोधन
ध्वजारोहण के बाद, ब्रह्माकुमारीज़ चरखारी उपसेवा केंद्र की प्रभारी बीके जयदेवी बहन ने गणतंत्र दिवस के महत्व को जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा दी। उन्होंने आत्मिक ज्ञान और राजयोग मेडिटेशन का महत्व समझाते हुए कहा कि इसके माध्यम से हम अपने विचारों को शुद्ध और सकारात्मक बना सकते हैं।
बीके हरी कृष्ण दीक्षित जी ने अपने संबोधन में हनुमान जी का उदाहरण देते हुए सकारात्मक चिंतन और जीवन में “हां जी” का महत्व बताया। उन्होंने युवाओं को बड़ों का सम्मान करने और मर्यादित जीवन जीने की प्रेरणा दी।
अतिथियों के विचार
कार्यक्रम में विधायक ब्रजभूषण राजपूत जी ने बीके बहनों और भाइयों की निस्वार्थ सेवाओं की सराहना की। उन्होंने कहा, “ब्रह्माकुमारीज़ के भाई-बहन अपने जीवन को सेवा के लिए समर्पित कर रहे हैं, जो वास्तव में अनुकरणीय है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन को परमात्मा की शिक्षाओं से और भी सुंदर बनाना चाहिए।”
अकादमी के डायरेक्टर और पूर्व सैनिक कुलदीप भटनागर जी ने बीके परिवार का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से युवाओं को मानसिक और आत्मिक विकास की प्रेरणा मिलती है। पूर्व सैनिक कन्हैया कुशवाहा जी ने बच्चों को सैल्यूट की सावधान और विश्राम की आदर्श विधि सिखाई।
कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों को ईश्वरीय साहित्य प्रदान किया गया। इसके साथ ही ब्रह्मा भोजन का निमंत्रण दिया गया, जिसमें सभी ने प्रेमपूर्वक भाग लिया।
इस विशेष कार्यक्रम में कई युवा, गणमान्य अतिथि, और ब्रह्माकुमारीज़ के भाई-बहन शामिल हुए। कार्यक्रम ने आत्मिक ज्ञान, राजयोग, और सकारात्मकता के संदेश को प्रभावी ढंग से प्रसारित किया।