रामलीला मैदान के पास युवक पर दबंगों का हमला, पुलिस ने शुरू की जांच
रामलीला मैदान के पास युवक पर दबंगों का हमला, पुलिस ने शुरू की जांच
हमीरपुर जनपद के राठ कस्बे में शनिवार शाम एक युवक पर दबंगों द्वारा हमला करने का मामला सामने आया है। घटना रामलीला मैदान के पास हुई, जहां ओंडेरा गांव के निवासी रामजीवन (पुत्र रामकुमार) पर पांच युवकों ने हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया।
घटना का विवरण
पीड़ित रामजीवन ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि शनिवार शाम करीब 7 बजे वह रामलीला मैदान के पास खड़ा था। तभी राठ नगर के निवासी पांच युवक वहां आए और बिना किसी कारण उससे गाली-गलौज करने लगे। जब रामजीवन ने इसका विरोध किया, तो उन्होंने उस पर हमला कर दिया। आरोपियों ने लाठी-डंडों और घूंसे से उसकी जमकर पिटाई की, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया।
पुलिस में शिकायत दर्ज
घटना के बाद रामजीवन ने राठ कोतवाली में जाकर लिखित शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए घायल युवक का मेडिकल परीक्षण करवाया।
पुलिस की कार्रवाई
राठ कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। घटना के साक्ष्य जुटाने के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
इस घटना से क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे दबंगों पर सख्त कार्रवाई हो ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पीड़ित का बयान
रामजीवन ने बताया, “मैं अपने काम से रामलीला मैदान के पास खड़ा था। अचानक पांच लोग आए और बिना किसी कारण मुझे गालियां देने लगे। जब मैंने इसका विरोध किया, तो उन्होंने मुझ पर हमला कर दिया। मैं न्याय चाहता हूं।”
पुलिस का बयान
राठ कोतवाली के प्रभारी ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है। घायल युवक का मेडिकल परीक्षण करा लिया गया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है। जल्द ही दोषियों को पकड़कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
न्याय की उम्मीद
रामजीवन और उसके परिवार को उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले में त्वरित और उचित न्याय प्रदान करेगा। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस को सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी करनी चाहिए।
निष्कर्ष
इस घटना ने क्षेत्र में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन की कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी से ही पीड़ित और जनता को राहत मिलेगी।