नेहरू इंटर कॉलेज पनवाड़ी एवं बालिका इंटर कॉलेज पनवाड़ी में नवोदय प्रवेश परीक्षा 2025 शांतिपूर्ण संपन्न
नेहरू इंटर कॉलेज पनवाड़ी एवं बालिका इंटर कॉलेज पनवाड़ी में नवोदय प्रवेश परीक्षा 2025 शांतिपूर्ण संपन्न
रिपोर्ट-समीर पठान(विशेष संवाददाता)
पनवाड़ी, महोबा।
आज पनवाड़ी कस्बे में जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश चयन परीक्षा 2025 दो केंद्रों पर सफलतापूर्वक आयोजित की गई। यह परीक्षा नेहरू इंटर कॉलेज पनवाड़ी और बालिका इंटर कॉलेज पनवाड़ी में संपन्न हुई। दोनों केंद्रों पर परीक्षा का माहौल शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रहा।
नेहरू इंटर कॉलेज पनवाड़ी में परीक्षा का विवरण
नेहरू इंटर कॉलेज पनवाड़ी में कुल 289 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 46 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। कुल 243 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी।
बालिका इंटर कॉलेज पनवाड़ी में परीक्षा का विवरण
बालिका इंटर कॉलेज पनवाड़ी के प्रधानाचार्य ने जानकारी दी कि उनके केंद्र पर कुल 240 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिनमें से 38 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा में कुल 202 परीक्षार्थियों ने भाग लिया।
परीक्षा का कुल आंकड़ा
दोनों केंद्रों पर कुल 529 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 84 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। इस प्रकार कुल 445 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी।
परीक्षा की निगरानी और व्यवस्थापन
नवोदय विद्यालय महोबा के प्राचार्य केशव देव और परीक्षा प्रभारी कैलाश अग्रवाल ने दोनों केंद्रों का दौरा कर परीक्षा प्रक्रिया का निरीक्षण किया। इसके अलावा, पर्यवेक्षक छेदलाल (क्षेत्रीय वनाधिकारी, जैतपुर) पूरे समय केंद्र पर उपस्थित रहे।
नवोदय विद्यालय के सी.एल.ओ. सी.पी. सिंह और एस.सी. फौजदार ने परीक्षा संपन्न कराने में अहम भूमिका निभाई। बेसिक शिक्षा विभाग से कमलेश यादव, पूजा गुप्ता, और राजकुमारी ने अपनी जिम्मेदारी निभाई।
परीक्षा के दौरान शिक्षकों और कर्मचारियों की भूमिका
नेहरू इंटर कॉलेज और बालिका इंटर कॉलेज के सभी शिक्षक और कर्मचारी पूरे समय केंद्र पर उपस्थित रहे। विशेष रूप से परीक्षा प्रभारी चंद्रशेखर पाल और अनिल कुमार चौरसिया ने अपनी मेहनत और समर्पण से परीक्षा को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
समाज में सकारात्मक संदेश
दोनों केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रही। उपस्थित अधिकारियों, शिक्षकों, और कर्मचारियों की तत्परता ने यह सुनिश्चित किया कि परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इस प्रकार की परीक्षा न केवल शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभावान छात्रों को नवोदय विद्यालयों के माध्यम से बेहतर भविष्य की ओर प्रेरित करती है।
रिपोर्ट: संवाददाता, पनवाड़ी।