कड़ाके की ठंड में जरूरतमंदों का सहारा बनी सृजन एक सोच संस्था
कड़ाके की ठंड में जरूरतमंदों का सहारा बनी सृजन एक सोच संस्था
राठ, हमीरपुर।
सामाजिक सेवा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही सृजन एक सोच संस्था ने ठंड के कहर से जूझ रहे गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए एक सराहनीय पहल की है। संस्था ने अपनी प्रतिबद्धता और सहानुभूति का उदाहरण पेश करते हुए लगभग 250 गरीब परिवारों को 600 कंबल वितरित किए।
यह कार्यक्रम लिविंग माई प्रॉमिश संस्था के सहयोग से आयोजित किया गया, जो कि एक ऐसा अद्वितीय समूह है जिसमें सभी सदस्य अपनी आधी संपत्ति दान कर सामाजिक कार्यों के लिए समर्पित हैं। इस पहल का उद्देश्य समाज के पिछड़े और जरूरतमंद तबके को सहायता पहुंचाना है।
कंबल वितरण कार्यक्रम
कंबल वितरण कार्यक्रम अमूंद, रौरो, पहरा, तुरना, सैदपुर, गौहरारी, महजौली, औता, टोला, और इटायल जैसे कई गांवों में आयोजित किया गया। इन गांवों के गरीब और बेसहारा परिवारों को कड़ाके की ठंड में राहत प्रदान की गई।
सदस्यों की भूमिका
कार्यक्रम में संस्था के सदस्य विनय गुप्ता, शिवांक श्रीवास्तव, रवि गुप्ता, गोविंद अग्रवाल, शालिनी, प्रशांत, नीलेश, आकांक्षा, प्रतिक्षा, और मनीष ने सक्रिय भागीदारी निभाई। सभी सदस्यों ने अपनी सेवाएं नि:स्वार्थ भाव से प्रदान कीं और जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाने का भरसक प्रयास किया।
लिविंग माई प्रॉमिश की भूमिका
लिविंग माई प्रॉमिश संस्था का यह प्रयास न केवल प्रशंसनीय है बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणा भी है। इस समूह के सदस्य अपनी संपत्ति का बड़ा हिस्सा सामाजिक कल्याण कार्यों के लिए दान कर चुके हैं। रवि गुप्ता, जो इस संस्था के प्रमुख सदस्य हैं, ने कहा कि, “हमारा उद्देश्य समाज के हर जरूरतमंद तक पहुंच बनाना है ताकि कोई भी व्यक्ति ठंड से परेशान होकर अपनी जान न गंवाए।”
सामाजिक सराहना
स्थानीय निवासियों और ग्रामीणों ने इस कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की। एक लाभार्थी ने कहा, “हम जैसे गरीब लोगों के लिए यह कंबल किसी वरदान से कम नहीं है। ठंड के इस मौसम में यह मदद हमारी जान बचाने के बराबर है।”
आगे की योजनाएं
सृजन एक सोच संस्था ने यह भी बताया कि भविष्य में वे शिक्षा, स्वास्थ्य, और स्वच्छता के क्षेत्र में भी इसी तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। संस्था का मानना है कि समाज के हर व्यक्ति का दायित्व है कि वह जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए।
निष्कर्ष
सृजन एक सोच और लिविंग माई प्रॉमिश द्वारा किया गया यह प्रयास न केवल ठंड में राहत देने वाला है बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। ऐसे कार्यक्रम यह दिखाते हैं कि जब समाज के जागरूक लोग एकजुट होते हैं, तो बड़ी समस्याओं का समाधान संभव है।