पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर महोबा में विरोध प्रदर्शन, राष्ट्रपति को सौंपा गया ज्ञापन
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर महोबा में विरोध प्रदर्शन, राष्ट्रपति को सौंपा गया ज्ञापन
महोबा।
राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद (रजिस्टर्ड) के महोबा जिला अध्यक्ष नरेंद्र नायक के नेतृत्व में जिले के पत्रकारों ने छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर जिले में बीजापुर के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या के विरोध में आज कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। पत्रकारों ने महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी महोबा के माध्यम से सौंपा।
ज्ञापन में हत्या की कठोर निंदा करते हुए सरकार से पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग की गई है। संगठन ने मांग रखी कि पीड़ित परिवार को ₹5 करोड़ की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही, पत्रकार की हत्या के दोषियों को फांसी की सजा सुनिश्चित करने की अपील की गई।
पत्रकार सुरक्षा बिल की मांग
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि पत्रकारिता के दौरान पत्रकारों को कई बार गलत काम करने वाले लोगों के विरोध का सामना करना पड़ता है, जिससे उनकी जान जोखिम में रहती है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है। राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद ने सरकार से मांग की कि शीघ्र ही पत्रकार सुरक्षा बिल पास किया जाए, ताकि पत्रकारों के जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
ज्ञापन सौंपने के दौरान मौजूद प्रमुख पत्रकार
कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपते समय जिला अध्यक्ष नरेंद्र नायक के साथ संगठन के जिला प्रभारी महंत जुगल किशोर द्विवेदी, जिला महासचिव आलोक शर्मा, जिला सचिव हरिओम सोनी, चित्रकूट धाम मंडल प्रभारी आनंद तिवारी, और पत्रकार भगवती प्रसाद सोनी सहित एक दर्जन से अधिक पत्रकार उपस्थित रहे।
पृष्ठभूमि में हत्या का मामला
1 जनवरी 2025 को छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या कर दी गई थी। यह घटना न केवल पत्रकार समुदाय बल्कि पूरे समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गई है। इस घटना ने पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सरकार जल्द ठोस कदम नहीं उठाती है, तो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर खतरा मंडराता रहेगा।