तीन ग्राम पंचायतों में सचिवों की अनुपस्थिति से जनजीवन प्रभावित
तीन ग्राम पंचायतों में सचिवों की अनुपस्थिति से जनजीवन प्रभावित
हमीरपुर जिले की तीन ग्राम पंचायतों—बंधोली, खेड़ा शिलाजीत और गुटकुवारा—में ग्राम सचिवों की नियुक्ति न होने के कारण ग्रामीणों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। महीनों से इन पंचायतों में कोई सचिव नियुक्त नहीं हुआ है, जिससे ग्राम पंचायत के कार्य बाधित हो रहे हैं।
ग्राम प्रधानों ने जताई नाराजगी
इन पंचायतों के ग्राम प्रधानों ने इस समस्या को लेकर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) हमीरपुर और ग्राम विकास खंड अधिकारी को कई बार शिकायत पत्र सौंपे हैं। बावजूद इसके, समस्या का समाधान नहीं किया गया। ग्राम प्रधानों का कहना है कि सचिव की अनुपस्थिति के कारण पंचायत के दैनिक और महत्वपूर्ण कार्य ठप पड़े हैं।
ग्रामीणों को हो रही परेशानियां
सचिव की अनुपस्थिति से ग्रामीणों को निम्नलिखित कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है:
1. गोशालाओं का संचालन: ग्रामीण क्षेत्रों में गोशालाओं के संचालन में बाधा आ रही है। जानवरों की देखरेख और उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने में कठिनाई हो रही है।
2. मनरेगा कार्य प्रभावित: मनरेगा योजना के तहत रोजगार मांगने वाले ग्रामीणों को समय पर काम नहीं मिल रहा है।
3. दस्तावेज़ों की नकल: परिवार रजिस्टर की नकल और मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने जैसे कार्य रुक गए हैं। ग्रामीणों को इन दस्तावेज़ों के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।
4. अन्य पंचायत कार्य: ग्राम पंचायत में होने वाले अन्य विकास कार्य भी पूरी तरह ठप पड़े हैं, जिससे ग्रामीणों की समस्याएं बढ़ रही हैं।
स्थानीय प्रशासन की उदासीनता
ग्राम प्रधानों और ग्रामीणों ने इस मुद्दे पर प्रशासन की उदासीनता पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यह स्थिति प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों और प्रधानों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इन पंचायतों में ग्राम सचिव नियुक्त किए जाएं ताकि पंचायतों का काम सुचारू रूप से चल सके। साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो वे जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
रिपोर्टर: जयनारायण वर्मा
(हमीरपुर)