छात्रा ने प्यार में धोखा मिलने पर दी जान, सुसाइड नोट में आरोपी को ठहराया जिम्मेदार

छात्रा ने प्यार में धोखा मिलने पर दी जान, सुसाइड नोट में आरोपी को ठहराया जिम्मेदार

प्रवीण कुमार

महोबा (चरखारी)। चरखारी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कनेरा में एक छात्रा ने प्यार में धोखा मिलने के बाद आत्महत्या कर ली। 17 वर्षीय छात्रा, जो पीएम श्री बालिका इंटर कॉलेज, चरखारी में कक्षा 11 विज्ञान वर्ग की छात्रा थी, ने सल्फास खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।

घटना तब हुई जब छात्रा के पिता मजदूरी के लिए घर से बाहर गए थे। घर में अकेले पाकर छात्रा ने यह घातक कदम उठाया। परिजनों को जब घटना की जानकारी हुई, तो उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, चरखारी ले जाया गया। वहां से हालत गंभीर होने के कारण उसे जिला अस्पताल महोबा रेफर किया गया। जिला अस्पताल में दो घंटे इलाज के बाद भी तबीयत में सुधार न होने पर झांसी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया। लेकिन दुर्भाग्यवश, मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले ही छात्रा ने रास्ते में दम तोड़ दिया।

सुसाइड नोट में शोहदे पर लगाए आरोप

छात्रा के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपने आत्महत्या के लिए एक शोहदे को जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि आरोपी ने उसे धोखा दिया, जिससे वह मानसिक तनाव में थी। उसने अपने सुसाइड नोट में आरोपी पर सख्त कार्यवाही की मांग भी की है।

परिवार में मातम का माहौल

इस घटना के बाद से पूरे परिवार में शोक की लहर है। छात्रा की मां और अन्य परिजन घटना के बाद से सदमे में हैं और रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।

पुलिस की कार्रवाई

मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

गांव में शोक और आक्रोश

ग्राम कनेरा में इस घटना से लोग सदमे में हैं। ग्रामीणों ने छात्रा के साथ हुई घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है और प्रशासन से आरोपी के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है।

समाज के लिए संदेश

यह घटना समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है। किशोरावस्था में भावनात्मक दबाव और मानसिक तनाव को समझना और संभालना आवश्यक है। परिवार और समाज को मिलकर ऐसे मामलों को रोकने के लिए कदम उठाने होंगे, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हों।

 

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