जे.के. कैंसर हॉस्पिटल के लिए विधायक सुरेन्द्र मैथानी की बड़ी पहल
जे.के. कैंसर हॉस्पिटल के लिए विधायक सुरेन्द्र मैथानी की बड़ी पहल
50 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति के लिए उपमुख्यमंत्री से की मांग
कानपुर नगर:
गोविंद नगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेन्द्र मैथानी ने आज, 2 जनवरी 2025 को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री बृजेश पाठक से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जे.के. कैंसर हॉस्पिटल, कानपुर में अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों की आवश्यकता को लेकर 50 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति की मांग की।
विधायक ने उपमुख्यमंत्री को एक मांग पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने बताया कि जे.के. कैंसर हॉस्पिटल कानपुर और आस-पास के 16-17 जिलों के कैंसर मरीजों के लिए जीवन रक्षक केंद्र बन चुका है। हालांकि, आवश्यक उपकरणों की कमी के कारण मरीजों को सही इलाज नहीं मिल पा रहा है।
विधायक की मांगें
सुरेन्द्र मैथानी ने अस्पताल के लिए विशेष उपकरणों की आवश्यकता पर बल दिया, जिनमें शामिल हैं:
1. हाई एंड लीनियर एक्सेलेरेटर
यह उपकरण रेडियोथेरेपी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और मरीजों को गुणवत्तापूर्ण उपचार प्रदान करेगा।
2. डोजिमेट्री उपकरण
ये उपकरण इलाज की सटीकता और सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।
3. इम्मोबिलाइजेशन डिवाइस
रेडियोथेरेपी के दौरान मरीजों की स्थिरता बनाए रखने के लिए आवश्यक।
4. कस्टम ड्यूटी और क्लीयरेंस चार्ज
उपकरणों के आयात में लगने वाले शुल्कों पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।
मरीजों के लिए अस्पताल की अहमियत
विधायक ने कहा कि यह अस्पताल गरीब मरीजों के लिए आशा की किरण है। उपकरणों की कमी के कारण मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है। अस्पताल के पास मैनपावर और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर्याप्त है, लेकिन उपकरणों की कमी से मरीजों को बेहतर उपचार नहीं मिल पा रहा।
उपमुख्यमंत्री का आश्वासन
सुरेन्द्र मैथानी के आग्रह पर उपमुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इस मामले में जल्द ही सकारात्मक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की सहायता से जे.के. कैंसर हॉस्पिटल को प्रदेश का एक प्रमुख उपचार केंद्र बनाया जाएगा।
विधायक ने जताया आभार
विधायक सुरेन्द्र मैथानी ने उपमुख्यमंत्री के सकारात्मक रुख के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही अस्पताल को जरूरी उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे मरीजों को उच्च गुणवत्ता का इलाज मिल सकेगा।
नेटवर्क टाइम्स न्यूज़ चैनल, कानपुर नगर से नफीस खान की रिपोर्ट