राठ नगर: अवैध गांजा और अफीम की बिक्री पर प्रशासन की चुप्पी, युवाओं का भविष्य खतरे में
राठ नगर: अवैध गांजा और अफीम की बिक्री पर प्रशासन की चुप्पी, युवाओं का भविष्य खतरे में
राठ नगर (हमीरपुर) में अवैध गांजा और अफीम की खुलेआम बिक्री ने शहर को एक गंभीर समस्या में डाल दिया है। सूत्रों के मुताबिक, यह अवैध कारोबार कई वर्षों से गोपनीय तरीकों से चल रहा है। चाहें कोई भी हो, आसानी से इन नशीले पदार्थों को खरीद सकता है।
अवैध व्यापार का बढ़ता दायरा
स्थानीय सूत्र बताते हैं कि इस कारोबार में कई लोग शामिल हैं, जो इसे गुप्त तरीके से संचालित कर रहे हैं। छोटे-छोटे इलाकों में नेटवर्क फैला हुआ है, जहां युवा और नाबालिग आसानी से इन मादक पदार्थों तक पहुंच रहे हैं।
प्रशासन की भूमिका पर सवाल
जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता ने स्थिति को और भी खराब कर दिया है। पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता से ऐसा प्रतीत होता है कि या तो वे इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, या फिर इन माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है।
युवाओं पर पड़ रहा बुरा असर
इस अवैध कारोबार का सबसे ज्यादा प्रभाव नवयुवकों पर पड़ रहा है। नशे की लत से उनकी पढ़ाई, करियर और स्वास्थ्य बर्बाद हो रहा है। बढ़ते अपराध और सामाजिक विकृति भी इसी नशे के व्यापार से जुड़ी हुई है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने कई बार इस समस्या को उजागर करने का प्रयास किया, लेकिन उनकी आवाज को अनसुना कर दिया गया। एक निवासी ने बताया, “यहां के युवा दिन-प्रतिदिन नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं। हमें डर है कि हमारा समाज बर्बादी की ओर जा रहा है।”
प्रशासन से अपील
यह समय है कि प्रशासन इस गंभीर समस्या का समाधान निकालने के लिए ठोस कदम उठाए। पुलिस को इस अवैध कारोबार के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर माफियाओं को पकड़ना चाहिए। साथ ही, जागरूकता अभियान के माध्यम से युवाओं को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराना चाहिए।
समाधान के सुझाव
1. सख्त कार्रवाई: अवैध व्यापार में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
2. जागरूकता अभियान: स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर नशे के खिलाफ कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
3. समाज का सहयोग: स्थानीय नागरिकों और संगठनों को साथ लेकर इस समस्या का समाधान किया जाए।
यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो यह शहर और इसके निवासियों के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है। अब जरूरत है कि प्रशासन अपनी जिम्मेदारी निभाए और राठ नगर को इस संकट से मुक्त करे।