फर्जी एससी/एसटी मुकदमे के निस्तारण के लिए पीड़ित पत्रकारों ने आयोग के अध्यक्ष से लगाई गुहार
फर्जी एससी/एसटी मुकदमे के निस्तारण के लिए पीड़ित पत्रकारों ने आयोग के अध्यक्ष से लगाई गुहार
जयनारायण वर्मा
हमीरपुर। सरीला कांड के पीड़ित पत्रकार अमित द्विवेदी और शैलेंद्र मिश्रा ने सोमवार को उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत से मुलाकात की। उन्होंने घटना के वीडियो साक्ष्य सौंपकर उन पर अपराधियों द्वारा फर्जी एससी/एसटी का मुकदमा दर्ज कराए जाने को निरस्त करने की मांग की।
पत्रकारों ने आरोप लगाया कि सरीला चेयरमैन पवन अनुरागी और उनके साथियों ने, जिनमें जिलाबदर अपराधी भी शामिल थे, उन्हें घर में बंद कर अमानवीय कृत्य करते हुए मारपीट की। इस घटना के बाद पीड़ितों ने थाना जरिया में तहरीर दी, लेकिन थानाध्यक्ष भरत कुमार ने कई बार तहरीर बदलवाकर मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद, अपराधियों के साथ मिलीभगत करते हुए, पीड़ित पत्रकारों पर ही फर्जी एससी/एसटी का मुकदमा लिख दिया गया।
पीड़ित पत्रकारों ने बताया कि उनके पास घटना के वीडियो साक्ष्य मौजूद हैं, जिसमें अपराधियों द्वारा तमंचे और बंदूक की नोक पर बर्बरता की घटना स्पष्ट रूप से दर्ज है। इसके बावजूद स्थानीय पुलिस ने न्याय देने के बजाय उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया।
आज पीड़ित पत्रकारों ने आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत को वीडियो और अन्य साक्ष्य सौंपे। उन्होंने फर्जी मुकदमे को निरस्त करने, दोषियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने, विवेचक को बदलने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत ने पीड़ित पत्रकारों को न्याय का भरोसा दिलाते हुए फर्जी मुकदमा निरस्त कराने का आश्वासन दिया। पत्रकारों ने आयोग से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उम्मीद जताई है।