उन्नाव: कोर्ट परिसर में सीसीटीवी ने खोली अलीशा अंसारी गैंग की साजिश की पोल
उन्नाव: कोर्ट परिसर में सीसीटीवी ने खोली अलीशा अंसारी गैंग की साजिश की पोल
उन्नाव।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन में पत्रकारों की सुरक्षा के दावों के बावजूद उन्नाव में पत्रकारों को अपराधियों के हमलों का सामना करना पड़ रहा है। हालिया मामला उन्नाव कोर्ट परिसर का है, जहां कुख्यात अलीशा अंसारी और उनके पति जान मोहम्मद के नेतृत्व वाले गैंग ने पत्रकार नफीस खान को धमकाने और जान से मारने की साजिश रची।
क्या है मामला?
पत्रकार नफीस खान पर 8 अगस्त 2023 को अलीशा अंसारी ने हमला किया और बाद में उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद पत्रकार पर 83 CrPC के तहत कार्यवाही कराई गई। हालांकि, नफीस खान ने अदालत से जमानत लेकर अपनी बेगुनाही की लड़ाई जारी रखी।
4 दिसंबर 2024 को, जब पत्रकार नफीस खान उन्नाव कोर्ट में पेशी के बाद बाहर निकले, तो अलीशा अंसारी, उनके पति जान मोहम्मद और 4-5 अन्य अज्ञात व्यक्तियों ने उन्हें घेर लिया। आरोपियों ने उन्हें धमकाया कि उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस ले लें, अन्यथा जान से मारकर गंगा में फेंक देंगे।
सीसीटीवी फुटेज ने खोली साजिश की पोल
इस घटना की पूरी योजना कोर्ट परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। फुटेज में अलीशा अंसारी और उनके साथी कोर्ट परिसर में पत्रकार नफीस खान का पीछा करते और धमकी देते दिखाई दे रहे हैं।
पुलिस की निष्क्रियता
घटना के बाद नफीस खान ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर सुरक्षा की गुहार लगाई और थाने में लिखित शिकायत दी। बावजूद इसके, अब तक पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
क्या होगी कार्रवाई?
सीसीटीवी फुटेज के सबूत सामने आने के बाद, अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस अधीक्षक उन्नाव इन अपराधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश देते हैं या नहीं।
पत्रकार सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर पत्रकारों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि अपराधियों के खिलाफ समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो यह न केवल पत्रकारिता के लिए बल्कि कानून-व्यवस्था के लिए भी एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
जनपद उन्नाव से नेटवर्क टाइम्स न्यूज़ चैनल के लिए नफीस खान की विशेष रिपोर्ट।