आज तृतीय दिन में बाजार पनवाड़ी में मां चंद्रघंटा देवी की पूजा आराधना धूमधाम के साथ की गई
आज तृतीय दिन में बाजार पनवाड़ी में मां चंद्रघंटा देवी की पूजा आराधना धूमधाम के साथ की गई
पनवाड़ी महोबा शारदा नवरात्रि के तृतीय दिन में बाजार पनवाड़ी दुर्गा पंडाल को भाव रूप में सजाया गया मां चंद्रघंटा देवी की पूजा आराधना भक्त जनों द्वारा धूमधाम के साथ की गई आचार्य पंडित पीयूष कांत महाराज बनारस द्वारा द्वारा मंत्र उच्चारण के साथ पूजा आराधना कराई गई मुख्य जजमान अजय राजपूत द्वारा मां अंबे की आरती की गई पंडाल को भवरूप मनोज टेंट हाउस एवं लाइट डेकोरेशन के द्वारा विशेष ढंग से सजाया गया जो नगर में आकर्षण का केंद्र है हरिशंकर साउंड सर्विस द्वारा साउंड सर्विस लगाया गया है में बाजार की मां अंबे की प्रतिमा सभी भक्त जनों का मन मोह रही है मां अंबे की प्रतिमा के साथ राधा कृष्ण की प्रतिमा साथ होने से भक्तों का मन मोह रही है आज के बारे में शारदा नवरात्रि के तृतीया तिथि को में मां जगदंबा के तृतीय स्वरूप चंद्रघंटा देवी की ध्यान का विधान है शास्त्रों में वर्णित है इनकी ललाट पर अर्धचंद्र विराजमान है इनकी दस हाथ हैं इनमें एक हाथ में कमल का फूल दूसरे में कमंडल तीसरे में त्रिशूल चौथ में गंदा पांचवें में तलवार छठे में धनुष सातवें में बाण है शेष तीन हाथों में एक हाथ में हृदय पर एक आशीर्वाद मुद्रा में और एक अभय मुद्रा में रहता है इनके शरीर का रंग स्वर्ण की तरह चमकता है गले में श्वेत पुष्प की माला धारण करती हैं इनका वाहन बाघ है इनकी कृपया से साधना के करने से समस्त पाप नष्ट हो जाती हैं