जिला कारागार महोबा में_* *_ब्रह्माकुमारी बहनों ने रक्षा सूत्र_* *_बांधा।_* *मन के परिवर्तन से ही संस्कार* *और सं
रिपोर्टर डॉक्टर प्रवीण बाजपेई *_जिला कारागार महोबा में_* *_ब्रह्माकुमारी बहनों ने रक्षा सूत्र_* *_बांधा।_*
*मन के परिवर्तन से ही संस्कार* *और संसार का* *परिवर्तन होगा – राजयोगिनी सुधा* *बहन जी।*
जिला कारागार महोबा में आज प्रातः काल प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से रक्षा बंधन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर संस्थान के महोबा क्षेत्र की संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सुधा बहिन जी ने कहा कि सभी कैदी भाई किसी न किसी परिस्थितिवश अपराधी व बन्दी बने हैं। परन्तु हमेशा हमें यह समझना है कि यह बन्दीगृह नहीं, अपितु सुधारगृह है। इसलिए हमें क्रोध, अहंकार आदि विकारों और नशा और व्यसनों का इस रक्षा बंधन के अवसर पर त्याग करना है।
जब हम स्वयं के संस्कारों का परिवर्तन करेंगे, तो समाज और संसार बदल जायेगा।
मनुष्य का मन चलायमान है, विकारों और बुराईयों से ग्रस्त हैं। जिसके फलस्वरूप व्यक्ति कोई ग़लत कार्य या अपराध कर बैठता है ,अत: मैं बन्धीगृह में उपस्थित सभी कैदी भाईयों से यह आग्रह करती हूं कि आप मन से अपराध बोध को निकाल दीजिए और सदैव यह स्मृति रखिए कि मैं एक पवित्र,
शांति , प्रेम और आनंद स्वरूप सूक्ष्म व अमर आत्मा हूं। स्वयं को भृकुटी के बीच आत्मा समझते हुए ज्योति बिंदु परमपिता परमात्मा शिव को प्रेम पूर्वक याद करना ही राजयोग है।जिसकी साधना से शक्ति और गुणों के सागर परमात्मा द्वारा हमारी आत्मा में अनेक गुणों का संचार होता है तथा सामना करने, सहन करने और निर्णय करने की शक्ति हमें प्राप्त हो जाती है। सद्गुणी व सशक्त आत्मा बुराईयों और अपराध के वश नहीं होती और दूसरों के प्रति भी उसके मन में शांति, प्रेम और सद्भावना उपजने लगती है।आज संसार में सभी झगड़ों और अपराधों की जड़ मनुष्य का देहाभिमान ही है। राजयोग और आध्यात्मिक ज्ञान आपसी कलह क्लेश को मिटाकर भाई चारा लाने में सहायक है। जिसका अभ्यास कैदियों के जीवन में सुधार ला सकता है। बन्दीगृह के अधिकारीगण भी इसके द्वारा मन के तनावों का नियन्त्रण कर सकते हैं। और अपने पारिवारिक जीवन को सुख शान्तिमय बना सकते हैं।
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी रूपाली बहन ने योग कमेंट्री द्वारा राजयोग कराया । अंत में ब्रह्माकुमारी सुधा बहिन जी, ब्रह्माकुमारी सुदामा बहन, ब्रह्माकुमारी रागिनी बहन और ब्रह्माकुमारी साधना बहन ने जेल अधीक्षक – भ्राता शिवमूरत सिंह सहित कारागार के सभी अधिकारियों, स्टाफ और लगभग 250 कैदियों को रक्षा सूत्र बांधकर उनका मुख मीठा कराया और सभी से कोई न कोई बुराई त्यागने का संकल्प कराया। सभी को ईश्वरीय साहित्य भी वितरित किया गया। इस अवसर पर एडवोकेट एवं समाजसेवी श्रीमती कल्पना सोनी भी उपस्थित रहीं। महोबा से डॉक्टर प्रवीण वाजपेई की रिपोर्ट